वाराणसीः कैंट डाकघर घोटाले की जांच के लिए पहुंची सीबीआई की टीम
वाराणसी के कैंट प्रधान डाकघर में करोड़ों रुपये गबन की सीबीआई ने जांच शुरू कर दी है। लखनऊ से सीबीआई की चार सदस्यीय टीम सोमवार सुबह डाकघर पहुंची और खातों से जुड़े कागजात जब्त कर लिये। जिन काउंटरों से गबन हुआ है, उनकी भी जांच की तैयारी है। हालांकि पूरे मामले पर डाक विभाग के अधिकारियों ने चुप्पी साध रखी है।
डाकघर में सोमवार सुबह से सीबीआई जांच टीम के आने की खबर काउंटरों के बाबू व अधिकारियों को थी। इस वजह से काउंटरों व कार्यालयों की फाइलों को व्यवस्थित कर दिया गया था। 10 दिन पहले ही सीबीआई ने डाक गबन में मुकदमा दर्ज किया है। इसके बाद डाक विभाग के अधिकारी व कर्मचारी गबन से जुड़ी फाइलों को दुरुस्त करने में जुटे थे। उधर, पश्चिमी डाक मंडल के अधीक्षक पीआर सरोज ने बताया कि अभी किसी जांच टीम के आने की जानकारी नहीं है। हम अपनी फाइलें दुरुस्त करने में लगे हैं।
11.50 करोड़ का हुआ है गबन
कैंट प्रधान डाकघर के करीब 15 सौ खातों से 11.50 करोड़ रुपये का गबन हुआ है। आरडी, एफडी, टीडी व पीपीएफ आदि खातों से रुपये फर्जी तरीके से निकाले गए। काउंटर बाबू, एजेंट व अधिकारियों की मिलीभगत से गबन हुआ।
गबन में 13 हैं आरोपी
डाक गबन मामले में कुल 13 अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ सीबीआई ने मुकदमा दर्ज किया है। इसमें दो डाक अधीक्षक, दो पोस्टमास्टर, आठ कर्मचारी और एक एजेंट हैं। इनमें एक कर्मचारी व एक एजेंट जेल में बंद हैं। दो को जमानत मिल गई है जबकि तीन फरार चल रहे हैं।